Odia Sad Quotes:- In our Life, everyone gets depressed. Sometimes and no one in the world ever is sad. So that time we always want to express our feelings with Words That we cant Share Directly with People. Here We have some Awesome Odia Sad Quotes that you Put in your Social id and Share your feelings with the Particular targeted person without Telling them. if you google “sad quotes in hindi“,” sad quotes in hindi english“, and “sad quotes in hindi love“,”sad quotes in hindi 2 line” then believe me you are in the right Post. So let’s Lookout Latest Odia Sad Quotes that you Probably Like
Sad Quotes in Hindi English
बहुत अन्दर तक तबाही मचाता है !
वो आंसू जो आँखों से बह नहीं पाता !!
१.ख़ामोशी बेवजह नहीं है
कुछ दर्द सहा है किसी की लाज रखी है.
२.ख़ामोशी बेवजह नहीं होती,
दर्द आवाज़ छीन लेता है.
३.ज़िद्दी हूँ पलट आता हूँ तेरी गली में,
पथ्थर तो पहले भी सौ भर लगे हैं मुझे.
४.तुम्हे हम याद आयेंगे.
जमाना बीत जाने दो.
५.बहुत नाइंसाफी है,,,
प्यार किसी एक को होता है
६.तकलीफ ये नहीं की किश्मत ने मुझे धोखा दिया !
तकलीफ तो ये है मेरा यकीन तुम पे था किश्मत पे नहीं !!
Sad Quotes Hindi
७.बहुत रोयी होगी वो खाली कागज देख कर
खत में उसने पुछा था ज़िंदगी कैसी बीत रही है
८.मिल गया होगा कोई गज़ब का हमसफर !
वरना मेरा यार यूँ बदलने वाला तो ना था !!
९.ए दिल गम न कर वो तुझे भूल नहीं सकता.
जब भी तन्हाई में उदास होगा, तुझे याद ज़रूर करेगा.
१०.मेरी क़िस्मत की कभी आ न सका याद तुम्हे.
तेरी खातिर तो बहुत लोग भुलाये मैंने
११.बहुत कुछ जान कर खामोश रहना.
मेरा एक सोच समझा फैसला है.
१२.मेरी पागल सी मोहब्बत तुम्हे बहुत याद आएगी !
जब हँसाने वाले कम और रुलाने वाले ज्यादा होंगे !!
१३.मीठे लोगों से मिला करो
आप जान जाओगे कड़वे लोग सच्चे होते हैं.
१४.माना की हम गलत थे जो तुझसे चाहत कर बैठे.
पर रोयेगा कभी तू भी ऐसी वफ़ा की तलाश में.
Sad Quotes English
१५.पल पल मरना पड़ता है साहब.
इश्क़ करना कोई मजाक नहीं.
१६.कुछ तकलीफ़ें ऐसी होती हैं.
जिनपर माफ़ तो किआ जा सकता है.
लेकिन ताल्लुक नहीं रखा जा सकता.
१७.बहुत कुछ जान कर खामोश रहना.
मेरा एक सोच समझा फैसला है.
१८.बड़े शौक से बनाया तुमने मेरे दिल मे अपना घर
जब रहने की बारी आई तो तुमने ठिकाना बदल दिया
१९.जो लोग सबकी फिक्र करते है
अक्सर उन्ही की फिक्र करने वाला कोई नहीं होता
२०.अब शिकायते तुमसे नहीं खुद से है
माना की सारे झूठ तेरे थे लेकिन उनपर यकीन तो मेरा था !!
२१.हर ऱोज हर वक़्त हर पल बस तेरा ही तेरा ख्याल
ना जाने मेरे कौनसे कर्ज की किश्त हो तुम !!
२२.उदासी क्या चीज़ है बस मुस्कुरा के जियो..
अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो.
२३.हर किसी में तुझे पाने की कोशिश की !
बस एक तुझे न पाने के बाद !!
२४.रिश्तें उन्ही से बनाओ !
जो निभाने की औकात रखते हों !!”
२६.वो किताबों में लिखा नहीं था !
जो सबक़ ज़िन्दगी ने सिखाया मुझे !!”
२५.जहां कभी तुम हुआ करते थे !
वहां अब दर्द होता है !!”
२७.नाज़ुक लगते थे जो लोग !
वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले !!”
२८.दुबारा इश्क़ होगा तो तुझसे ही होगा !
खफा हूँ मैं बेवफा नहीं !!”
२९.क्या फायदा है अब रोने से !
जो प्यार न समझा वो दर्द क्या समझेगा
३०.असली तकलीफ तो ये ज़िन्दगी देती है !
मौत तो बस यूंही नाम से बदनाम है !!”
३१.असली तकलीफ तो ये ज़िन्दगी देती है !
मौत तो बस यूंही नाम से बदनाम है !
३२.आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम !
किसने कह दिया तुझे भूल गए हम !!”
३३.मोहब्बत और नौकरी में कोई फर्क नहीं !
इंसान करता रहेगा, रोता रहेगा पर छोड़ेगा नहीं !!”
३४.जबतक खुद पे न गुजरे
लोगों को हमारे अहसासात और
ज़ज़्बात बस मजाक लगते हैं.
३५.बस एक लफ्ज उनको सुनाने के लिये !
जाने कितने अल्फाज लिखे हमने जमाने के लिये !!
३६.मिटा दिया हर जगह से तेरा नाम मगर !
आज भी जिन्दा है तेरा वजूद अश्कों में मेरे!!
३७.सुनी थी सिर्फ हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातें !
अब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ !!
३८.इंतज़ार तेरा छु कर रूह को जब जब गुजरा है !
हर पन्ना ज़िंदगी का, टूटे पत्ते की तरह बिखरा है !!
३९.दिल को कागज समझ रखा है क्या !
आते हो, जलाते हो, चले जाते हो !!
४०.उस शख्स का इन्तजार मुझे उम्रभर रहा !
जो दो कदम साथ चलकर छोड़ गया था !!
४१.उसका मिलना तक़दीर में नही था !
वरना मैने क्या कुछ नही खोया उसे पाने के लिये !!
42.वो सुना रही थी अपनी वफाओ के किस्से !
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गई !!
४३.करके वादा मुकर गया आखीर !
तु भी दिल से उतर गया आखीर !!
४४.तमाम उम्र उसके ख्याल मेँ गुजार दी यारो !
मेरा ख्याल जिसे उम्र भर नहीं आया !!
४५.बदलते इंसानों की बात हमसे न पूछो !
हमने अपने हमदर्द को हमारा दर्द बनते देखा है !!
४६.हो सके तो निकाल फेंको हमें ज़हन से !
सुना है टूटी हुई चीज़ों को घर में नहीं रखते !!
४७.लोग मुझ मे मोहब्बत तलाश करते रहे !
मै तेरे बाद किसी का रहा ही नहीं !!
४८.डूबा है मेरा बदन मेरे ही लहू में !
ये कांच के टुकड़ो पे भरोसे की सज़ा है !!
४९.कमज़ोर पड़ गया है मुझसे तुम्हारा ताल्लुक !
या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं !!
५०.उसने इस कमाल से खेली इश्क़ की बाज़ी !
मैं अपनी फतह समझता रहा मात होने तक !!
५१.पत्थर तो बहुत मारे थे लोगों ने मुझे लेकिन !
जो दिल पर आ के लगा वो किसी अपने ने मारा था !
५२.ना छेड किस्सा-ए-उल्फत बडी लम्बी कहानी है !
मैं ज़माने से नहीं हारा किसी की बात मानी है !!
५३.जरुरी है तेरे अहसास मेरे अल्फ़ाजों के लिये !
तुम बिन हर शायरी अधुरी है मेरी !!
५४.अजीब सी आदत और गजब की फितरत है अपनी !
मोहब्बत हो या नफरत बहोत शिद्दत से करते है !!
५५.ये कैसे सिलसिले हैं तेरे मेरे दरम्यां !
फासले भी बहुत है, चाहत भी बहुत !!
५६.मुझे ना ढूंढ ज़मीन-ओ-आसमान की गर्दिश में !
तेरे दिल में अगर नहीं हूँ तो फिर कहीं नहीं हूँ !!
५७.ज़ख़्मों को हरा करता है झोंका तेरी यादों का!.
पुरानी यादों के निशां…अब तो मिटा लेने दे !!
५८.किसी को मेरे बारे में…पता कुछ भी नही !
इल्जाम हजारों है ✻और खता.. कुछ भी नही !!
५९.उठती नही है आँख अब किसी ओर की तरफ !
पाबंद कर गई है किसी की महोब्बत मुझे !!
६०.बहुत अन्दर तक तबाही मचाता है !
वो आंसू जो आँखों से बह नहीं पाता !!
६१.थोड़ा तो तमीज़ से पेश आ ऐ जिंदगी,
मेहमानों से ऐसा बर्ताव कौन करता हैं ?
६२.अगर ज़िन्दगी को “जी” लो तो ज़िन्दादिली,
अगर न जी पाये तो वही ज़िन्दगी दगा दे जाती है !!
६३.जिनको हमे सिखाया सबकुछ,
आज वो हमें सिखाने चले है !!
६४.रुक गयी है दुनिया बंज़र पड़ी ज़मीन ;
क्या पासा फेंका है तुने ऐ खुदा,
ऐसी कौन सी चलाई तूने मशीन !!
६५.लिखते हैं सदा उन्ही के लिए,
जिन्होंने हमे कभी पढा ही नही।
६६.बेख़ौफ़ से हो गए है इन सुनसान राहों में,
मंज़िल का पता नहीं पर चलना मिलो दूर है !!
६७.मुझे बस इंसान ही रहने दो ऐ खुदा,
गरीब या अमीर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता !!
६८.मोहब्बत का दर्द दिल में छुपाया बहुत है,
सच कहुँ उसकी मोहब्बत ने रुलाया बहुत है
६९.आंसू छुपा रहा हूँ तुमसे,
दर्द बताना नहीं आता,
बैठे बैठे भीग जाती है पलकें,
दर्द छुपाना नहीं आता.
७०.मेरे नसीब में तो ज़माने की ठोकरें ही हैं शायद
मुझ जैसे बदनसीब को सहारों की जरूरत नहीं
७१.जी भर गया है खुद से ..
पर क्या करु
मौत ही नहीं आती.
७२.मौत आ जाए
पर किसी पर
दिल ना आए..
७३.ना कर जिद
अपनी हद में रह ए दिल
वो बड़े लोग हैं.
७४.जी भर गया है खुद से ..
पर क्या करु
मौत ही नहीं आती
महोब्बत में हम उनसे हारे हैं।
७५.कभी वक़्त मिले तो सोचना जरूर
वक़्त और प्यार के अलावा तुमसे
मांगा ही क्या था.
७६.नींद में भी गिरते हैं,
मेरी आँखों से आसूं।
जब तुम ख्वाबों में,
मेरा हाथ छोड़ जाते हो।
७७.रात भर इंतजार किया,
उसके जवाब का।
सुबह एहसास हुआ,
जवाब ना आना भी तो जवाब था।
७८.उसे मोहब्बत खूबसूरती से थी।
मैं लड़का जरा सांवला था।
७९.पहले तुम और अब ये यादें तुम्हारी,
आखिर दुश्मनी क्या है, मुझसे तुम्हारी।
८०.मजबूरियां तुम पर आई,
और तन्हा हम हो गए?।
८१.नहीं परवाह मुझे खुद की मैंने खुद को ही भुला दिया।
८२.अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी!
लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं!!
८३.तुझे भुलाने की जिद्द थी, अब भुलाने का ख्वाब है,
ना जिद्द पूरी हुई और ना ही ख्वाब।
८४.इस्तेमाल करना है तो बता दो
यूँ मोहब्बत की कसम ना दिया करो…
८५.तुमसे मोहब्बत करने का गुनाह किया था!
तुमने तो पल पल मरने की सज़ा दे दी!!
८६.Timepass ही करना है तो Game खेल लिया करो
Please किसी की feelings के साथ मत खेला करो।
८७.जब इंसान तन्हा चलना सीख जाता है
तब वो दुनिया को समझ चुका होता है।
८८.वो किताबों में लिखा नहीं था!
जो सबक़ ज़िन्दगी ने सिखाया मुझे!!
८९.सुख और दुःख क्या है,
एक ही बगिया के दो फूल।
९०.गुज़र जायेगा ये दौर भी ज़रा सब्र तो रख!
जब खुशियाँ ही न रुकी तो ग़म की क्या औकात है!!
९१.जब जब तुम मुझे Ignore करती हो मुझे ऐसा लगता है
तुम्हे कोई और मिल गया है जो मुझसे ज्यादा Important होगया है…
९२.मेरी क़िस्मत में ग़म गर इतना था …
दिल भी या-रब , कई दिए होते…!
९३.वो लोग किस दर्द से गुजरे होंगे
जिनके हमदर्द अपने वादों से मुकरे होंगे….
९४.बहुत अंदर तक जला देती हैं
वो शिकायते जो बया नहीं होती
९५.ज़िन्दगी ने इस मुक़ाम पर ला खड़ा किया है
ना अब दर्द हैं और ना ही अब भरोसा है
९६.ऐ दिल तू क्यों रोता है,
ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता है
९७.आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
९८.बनना है तो किसी के दर्द की दवा बनो !
जख्म तो हर इंसान देता है !!”
९९.हाथ छुटे तो भी रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख से रिश्ते नहीं तोड़ा करते
१००.धोखा देने के लिए शुक्रिया तेरा !
तुम न मिलती तो दुनिया की समझ न आती